
हिसार, 1 फरवरी (न्यूज़ एजेंसी)। हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बीआर कम्बोज ने कहा है कि केन्द्र सरकार ने किसानों की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए बजट में किसान हितेषी अनेक बड़ी घोषणाएं की हैं। बजट में घोषणा के तहत मसूर, तुअर (अरहर) व उड़द जैसी दलहनी फसलों के उत्पादन को बढ़ावा देने एवं राष्ट्र को इस क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए 6 साल का एक कार्यक्रम शुरू किया जाएगा और भारत सरकार की एजेंसीज़ द्वारा इन तीन फसलों की खऱीद सुनिश्चित की जाएगी। प्रो. बीआर कम्बोज ने शनिवार को बजट की सराहना करते हुए कहा कि सब्जियों व फलों का उत्पादन बढ़ाने और किसानों को लाभकारी मूल्य दिलाने के लिए व्यापक कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे। कपास की पैदावार बढ़ाने के लिए पांच साल का मिशन बनाया जाएगा, जिससे देश के कपड़ा उद्योग को और अधिक मजबूती मिलेगी। किसान क्रेडिट कार्ड पर कर्ज की लिमिट को 3 लाख रुपए से बढ़ाकर 5 लाख रुपए किया गया है। सरकार के इस कदम से किसानों को बीज, उर्वरक, कीटनाशक, कृषि उपकरण एवं उत्पादन आवश्यकताओं के लिए नकदी निकालने में बड़ी राहत मिलेगी। स्टार्टअप के लिए ऋण की सीमा को 10 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 20 करोड़ रुपए किया जाएगा जिससे युवाओं को स्वयं का रोजगार स्थापित करने में मदद मिलेगी। अनुसूचित जाति और जन जाती की महिलाओं को नया उद्योग सथापीत करने के लिए 2 करोड़ टर्म लोन दिया जाएगा । यूरिया की उपलब्धता बढ़ाने के लिए नया प्लांट लगाया जा रहा है। प्रधानमंत्री धन्य कृषि योजना में 100 जिलों को चिन्हित किया गया है उन जिलों के 1.7 करोड़ किसानों को फ़ायदा मिलेगा। यह बजट किसानों के लिए वरदान साबित होगा।
न्यूज़ एजेंसी/ राजेश्वर
Discover more from सत्यबोध इंडिया न्यूज़
Subscribe to get the latest posts sent to your email.