
कानपुर, 31 जनवरी (न्यूज़ एजेंसी)। प्रदेश सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति और जिलाधिकारी के आदेश पर शुक्रवार को जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने जमीनी हकीकत जानने के लिए मंडियों का जायजा लिया। साथ ही धान क्रय केन्द्रों का भौतिक रूप से स्टॉक सत्यापन कराया गया। यह भी सुनिश्चित कराया गया कि धान किसानों से ही खरीदा जाए। विपणन अधिकारी ने सर्वप्रथम नौबस्ता मण्डी प्रथम, नौबस्ता मण्डी द्वितीय, नायब तहसीलदार नर्वल से भीतर गांव, उप जिलाधिकारी बिल्हौर से शिवराजपुर प्रथम, बीपीएसीएस खरगपुर चौबेपुर, शिवराजपुर मण्डी प्रथम शिवराजपुर मण्डी द्वितीय धान क्रय केन्द्रों का भौतिक रूप से स्टॉक सत्यापन कर दो पर बड़ी कार्रवाई की।
आकस्मिक सत्यापन में पाया गया कि खाद्य विभाग द्वारा नौबस्ता मण्डी प्रथम में संचालित केन्द्र पर ऑनलाइन दर्शायी गयी सूचना के सापेक्ष लगभग चार सौ पचास कुंटल स्टॉक में कमी पायी गयी। इसी प्रकार यूपीएसएस द्वारा संचालित शिवराजपुर मण्डी प्रथम व द्वितीय में कुल 2800 कुंटल धान मौके पर कम पाया गया। सहकारिता विभाग द्वारा संचालित खरगपुर चौबेपुर केन्द्र बंद पाया गया। उक्त के दृष्टिगत शिवराजपुर मण्डी द्वितीय के धान क्रय केन्द्र प्रभारी मनमोहनलाल चतुर्वेदी को तत्काल प्रभाव से निलम्बित कर अनुशासनिक कार्यवाही के आदेश दिए गए।
तो वहीं नौबस्ता मण्डी प्रथम के क्षेविअ धान क्रय केन्द्र प्रभारी दिग्विजय पाल सिंह को कारण बताओ नोटिस व अन्य सभी सम्बन्धितों के विरूद्व आवश्यक विभागीय कार्यवाही करने के लिए निर्देश दिये गये हैं।
न्यूज़ एजेंसी/ रोहित कश्यप
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