ममता बनर्जी का कड़ा संदेश : दल पर मेरी नजर, मैं ही देखूंगी सबकुछ

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी

कोलकाता, 10 फरवरी (हि. स.)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी ने एक बार फिर स्पष्ट कर दिया कि पार्टी में अंतिम फैसला उन्हीं का होगा। सोमवार को विधानसभा में तृणमूल कांग्रेस के विधायक दल की बैठक में उन्होंने यह संदेश दिया कि पार्टी और सरकार में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। बैठक में कई विधायकों को फटकार मिली, तो कुछ को उनकी मेहनत के लिए सराहा भी गया।

बैठक में ममता बनर्जी ने साफ कहा कि पार्टी के मुद्दों को सार्वजनिक रूप से उठाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने चेतावनी दी कि गलती एक बार हो सकती है, लेकिन बार-बार गलती करने वालों को माफ नहीं किया जाएगा। हाल ही में पार्टी ने विधायक हुमायूं कबीर और नारायण गोस्वामी को कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसके जवाब में दोनों को सफाई देनी पड़ी। जोड़ासांको से विधायक विवेक गुप्ता को भी गुटबाजी के चलते पद से हटाया गया था।

—————

संगठन में बदलाव के संकेत, विधायकों से मांगे तीन-तीन नाम

बैठक में ममता बनर्जी ने कहा कि बूथ और ब्लॉक स्तर पर किसे जिम्मेदारी मिलेगी, इसका निर्णय वह खुद लेंगी। इसके लिए उन्होंने विधायकों से कहा कि वे मंत्री अरूप विश्वास को अपनी सिफारिशें भेजें और 25 फरवरी तक तीन-तीन नाम सौंपें। इससे पार्टी में बड़े संगठनात्मक बदलाव की अटकलें तेज हो गई हैं।

—————

कुछ विधायकों पर फूटा गुस्सा, कुछ को मिली सराहना

बैठक में ममता बनर्जी ने आसनसोल के मेयर और बाराबनी के विधायक विधान उपाध्याय को कड़ी फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ लगातार शिकायतें मिल रही हैं और यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्हें पांडवेश्वर के विधायक नरेन्द्रनाथ चक्रवर्ती के साथ अपनी समस्याओं को सुलझाने के निर्देश दिए गए। वहीं, उत्तर बंगाल विकास मंत्री और दिनहाटा से विधायक उदयन गुहा को मीडिया के सामने अधिक बोलने से बचने की सलाह दी गई।

वहीं, इटाहार के विधायक मोशरफ हुसैन की सराहना करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि वे बूथ स्तर पर लगातार मेहनत कर रहे हैं, और अन्य विधायकों को भी उन्हीं की तरह काम करना चाहिए। हाल ही में मोशरफ को राज्य के अल्पसंख्यक वित्त निगम का चेयरमैन नियुक्त किया गया है।

बैठक में ममता बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस विधायक मदन मित्रा का भी जिक्र किया, जिन्होंने हाल ही में पार्टी के चुनावी रणनीतिकार संगठन आई-पैक पर अवैध उगाही का आरोप लगाया था। विवाद बढ़ने पर उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बक्सी को पत्र लिखकर माफी मांगी थी। बैठक में ममता बनर्जी ने कहा कि मदन ने गलती की थी, लेकिन उन्होंने माफी मांग ली, इसलिए मामला खत्म किया गया।

न्यूज़ एजेंसी/ ओम पराशर


Discover more from सत्यबोध इंडिया न्यूज़

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Reply

error: Content is protected !!