
जोधपुर, 10 फरवरी (न्यूज़ एजेंसी)। राज्यपाल एवं कुलाधिपति हरिभाऊ बागड़े ने एक आदेश जारी कर जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केएल श्रीवास्तव को कुलपति पद से तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया है। राज्यपाल ने संभागीय आयुक्त जोधपुर की जांच रिपोर्ट के आधार पर उन्हें निलंबित किया है। जांच रिपोर्ट में प्रो. श्रीवास्तव के विरूद्ध पद का दुरूपयोग करने, राज कार्य में लापरवाही बरतने व विश्वविद्यालय को वित्तीय हानि पहुंचाने के गंभीर आरोप प्रथम दृष्टया प्रमाणित पाए गए।
प्रो. श्रीवास्तव के खिलाफ जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय अधिनियम, 1962 (यथा संशोधित) की धारा 10(2) में प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए तीन दिसंबर 2024 द्वारा संभागीय आयुक्त जोधपुर की अध्यक्षता में जांच समिति का गठन किया गया था। इसमें वह दोषी पाए गए। राज्यपाल ने इस पर अधिनियम, 1962 (यथा संशोधित) की धारा 11क की उप-धारा (1) द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए उन्हें कुलपति पद से तत्काल प्रभाव से निलम्बित किया है।
वित्तीय गड़बड़ी के लगे थे आरोप
जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के कुलपति पर वित्तीय गड़बड़ी के कई आरोप लगे थे। कुलपति की पत्नी को सेवानिवृत्ति के बाद भी कई परिलाभ दिए गए थे, जिसको लेकर भी कुलपति की कार्य प्रणाली पर सवाल खड़े हुए थे। उनके खिलाफ राज कार्य में लापरवाही बरतने व विश्वविद्यालय को वित्तीय हानि पहुंचाने के गंभीर आरोप थे जो जांच में सही पाए गए इसलिए उनके खिलाफ कार्यवाही की गई।
गहलोत सरकार में बने थे कुलपति
प्रो. केएल श्रीवास्तव ने 14 फरवरी 2022 को कुलपति का पदभार ग्रहण किया था। वे जय नारायण व्यास विवि में ही अध्यापन का काम करवा चुके हैं। वे यहां जियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष भी रह चुके है। साल 2019 में रिटायर हो गए थे। इसके बाद गहलोत सरकार ने उन्हें कुलपति बना दिया था। उन्होंने कुछ महीने ही इस्तीफा भी दिया था जिसे बाद में वापस ले लिया।
न्यूज़ एजेंसी/ सतीश
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