रेल मंत्री ने प्रयागराज स्टेशन बंद होने की खबरों का किया खंडन, कहा-प्रयागराज क्षेत्र के आठों स्टेशन पर संचालन पूरी तरह से व्यवस्थित 

रेल भवन में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और सीआरबी सतीश कुमार मीडिया से बातचीत करते हुए

नई दिल्ली, 10 फ़रवरी (न्यूज़ एजेंसी)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने सोमवार को प्रयागराज स्टेशन बंद होने की खबरों का खंडन करते हुए कहा कि प्रयागराज जंक्शन सहित प्रयागराज क्षेत्र के सभी आठ स्टेशन पर संचालन पूरी तरह से व्यवस्थित है। उन्होंने लोगों से अफवाह पर ध्यान नहीं देने की अपील करते हुए कहा कि भारी भीड़ के बावजूद, भारतीय रेलवे महाकुंभ के दौरान श्रद्धालुओं को लाने और वापस उनके घर पहुंचाने के लिए युद्धस्तर पर काम कर रहा है।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार ने रेल भवन में स्थित वार रूम में प्रयागराज से चलने वाली रेलगाड़ियों के संबंध में जानकारी प्राप्त की। इसके अलावा 12 जनवरी को माघी पूर्णिमा के अगले अमृत स्नान से पहले मौजूदा भीड़ की स्थिति और रेलवे की तैयारियों की समीक्षा की। एक दिन पहले मीडिया में आई एक गलत रिपोर्ट का खंडन करते हुए रेल मंत्री ने मीडिया के माध्यम से देश को बताया कि प्रयागराज क्षेत्र के आठ अलग-अलग स्टेशनों से कल लगभग 330 ट्रेनों ने 12 लाख 50 हजार यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया। उन्होंने कहा कि आज भी ट्रेनें व्यवस्थित तरीके से चल रही हैं। भले ही भीड़ कम नहीं हो रही है, लेकिन भारतीय रेलवे इन स्टेशनों से सिर्फ़ 4 मिनट से कुछ ज़्यादा समय में एक ट्रेन चलाकर यह सुनिश्चित कर रहा है कि श्रद्धालुओं को पवित्र स्नान के बाद इंतज़ार न करना पड़े।

वैष्णव ने कहा कि भारतीय रेलवे का प्रयागराज महाकुंभ के अवसर पर 8 रेलवे स्टेशनों पर बहुत अच्छे से व्यवस्थित ढ़ंग से काम चल रहा है। राज्य और मेला प्रशासन के साथ मिलकर सब कुछ बहुत ही समन्वित तरीके से चल रहा है। वॉर रूम में लगी स्क्रीन पर ट्रेनों की लाइव सीसीटीवी फुटेज की ओर संकेत करते हुए कहा कि कहीं पर कोई समस्या नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कोई अफवाह फैलाने की कोशिश करता है, तो हम उसकी बात नहीं सुननी चाहिए। सब कुछ व्यवस्थित तरीके से चल रहा है। उन्होंने कहा कि माघी पूर्णिमा के अगले पवित्र अमृत स्नान से पहले, इन ट्रेनों की एक रेक एक ही यात्रा में औसतन 3780 यात्रियों की सेवा कर रही है, जो दर्शाता है कि भीड़ कम नहीं हो रही है।

जोनल और डिवीजनल रेलवे अधिकारियों के साथ बैठक में स्थिति की समीक्षा करते हुए रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष और सीईओ सतीश कुमार ने अधिकारियों से लोगों को कुशलतापूर्वक और पूरी क्षमता से सेवा देने के अपने सभी प्रयासों को मीडिया के ध्यान में लाने के लिए कहा। उन्होंने उल्लेख किया कि प्रयागराज जंक्शन के साथ 7 अन्य स्टेशन प्रयागराज छिवकी, नैनी, सूबेदारगंज, प्रयाग, फाफामऊ, प्रयागराज रामबाग और झूसी पूरी तरह कार्यात्मक हैं। निरंतर भीड़ के बावजूद, प्रयागराज क्षेत्र के इन 8 स्टेशनों से विशेष और नियमित ट्रेनें पूरी क्षमता से चल रही हैं।

उन्होंने मीडिया, भारतीय रेलवे के जनसंपर्क के क्षेत्रीय और मंडल कार्यालयों से आग्रह किया कि वे श्रद्धालुओं को महाकुंभ शहर तक पहुंचने में मदद करने के लिए अपने बड़े प्रयासों को उजागर करें। खासकर आस-पास के इलाकों में कथित यातायात जाम के मद्देनजर। तथ्य यह है कि आज दोपहर 3 बजे तक, प्रयागराज जंक्शन सहित 8 स्टेशनों से 9 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों को लेकर 201 से अधिक विशेष और नियमित ट्रेनें पहले ही रवाना हो चुकी थीं।

इससे पहले दिन में, सीआरबी और सीईओ सतीश कुमार ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को रेल भवन के वॉर रूम में प्रयागराज क्षेत्र में रेलवे सेवाओं के सुचारू संचालन के बारे में जानकारी दी, जहां सभी रेलवे स्टेशनों से सीसीटीवी कैमरा फुटेज प्राप्त किए जा रहे थे। दोनों ने भीड़ की चल रही स्थिति की समीक्षा की और माघी पूर्णिमा के अगले अमृत स्नान से पहले रेलवे की तैयारियों पर चर्चा की। बाद में, रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष ने मीडिया और आम जनता से महत्वपूर्ण प्रयागराज जंक्शन पर सेवाओं के प्रभावित होने के बारे में अलग-अलग मीडिया रिपोर्टों का शिकार नहीं होने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि आठ रेलवे स्टेशनों पर जाकर तथ्यों को आसानी से सत्यापित किया जा सकता है, जहां महाकुंभ के लोगो के साथ मेला विशेष ट्रेनें दिन-रात चल रही हैं। भारतीय रेलवे द्वारा एक सामान्य दिन में 330 ट्रेनें चलाना भारत के लोगों के प्रति उसकी अटूट प्रतिबद्धता का प्रमाण है।

हिन्दुस्थान समाचार / सुशील कुमार


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