
जालौन, 27 फ़रवरी (न्यूज़ एजेंसी)। किसानों और युवाओं को उन्नत कृषि तकनीक से जोड़ने के उद्देश्य से जनपद जालौन में चार दिवसीय रोजगार प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम पर ड्रॉप मोर क्रॉप माइक्रोइरीगेशन योजना के तहत कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में संपन्न हुआ। इस दौरान युवाओं को माइक्रोइरीगेशन सिस्टम के संचालन और रखरखाव की तकनीकी जानकारी प्रदान की गई।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने वाले 50 युवाओं में से 17 युवाओं को रोजगार के नए अवसर प्राप्त हुए। रोजगार मिलने पर युवाओं के चेहरे खुशी से खिल उठे। उन्होंने कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण से न केवल कृषि क्षेत्र में रोजगार के नए द्वार खुलते हैं, बल्कि जल संरक्षण और फसल उत्पादकता को भी बढ़ावा मिलता है। चार दिवसीय प्रशिक्षण के दौरान विशेषज्ञों ने टपक सिंचाई (ड्रिप इरीगेशन) और स्प्रिंकलर सिस्टम के संचालन, रखरखाव और उनके लाभों पर विस्तृत जानकारी दी। प्रशिक्षकों ने बताया कि माइक्रोइरीगेशन तकनीक से पानी की बचत होती है, जिससे फसलों की उत्पादकता बढ़ती है और किसानों की आय में भी वृद्धि होती है।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में सफलतापूर्वक भाग लेने वाले 50 युवाओं को प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। इस पहल का मुख्य उद्देश्य कृषि क्षेत्र में युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना और जल संरक्षण को बढ़ावा देना था। यह प्रशिक्षण कार्यक्रम जालौन के किसानों और युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ। इससे न केवल तकनीकी ज्ञान में वृद्धि हुई, बल्कि रोजगार के अवसर भी सृजित हुए। विशेषज्ञों ने उम्मीद जताई कि इस तरह के कार्यक्रम भविष्य में भी आयोजित किए जाएंगे, जिससे कृषि क्षेत्र में उन्नति हो सके। इस अवसर पर डीएचओ प्रशांत निरंजन, वैज्ञानिक, प्रशिक्षक और कई किसान भी मौजूद रहे।
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न्यूज़ एजेंसी/ विशाल कुमार वर्मा
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