अमृतकाल की युवाओं की पीढ़ी के दम पर विश्व गुरु और विकसित राष्ट्र बनेगा भारत: राज्यपाल

– पावन चिंतन धारा आश्रम के प्रोजेक्ट यूपीएससी का किया शुभारंभ

देहरादून, 21 अक्टूबर (न्यूज़ एजेंसी)। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) ने सोमवार को राजभवन में पावन चिंतन धारा आश्रम के प्रोजेक्ट यूपीएससी का शुभारंभ किया। इस मौके पर राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखंड के युवाओं में विशेषकर बालिकाओं में असीमित प्रतिभाएं हैं। वे संसाधनों के अभाव में अपना सपना पूरा करने से पीछे न रह जाए, इसके लिए यह प्रोजेक्ट मददगार साबित होगा।

राज्यपाल ने कहा कि यूपीएससी प्रोजेक्ट में बालिकाओं को विशेष रूप से प्राथमिकता दी जाएगी जिससे वे सिविल सेवाओं की तैयारी कर इस क्षेत्र में भी अपना परचम लहरा सकेंगी। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि अनुशासन, आत्मविश्वास और दृढ़ इच्छाशक्ति के बल पर किसी भी मुकाम को हासिल किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य में ऐसे बहुत से बच्चे हैं, जिनमें बहुत प्रतिभा हैं लेकिन उनके सपनों को आकार देने के लिए मार्गदर्शन की बड़ी आवश्यकता भी है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि आप सभी युवा भारत का भविष्य हैं। आप ही अमृत काल की अमृत पीढ़ी हैं, जिसके बल पर भारत को विश्व गुरु और विकसित राष्ट्र का लक्ष्य प्राप्त होगा।

सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी में सहयोग करेगा यूपीएससी प्रोजेक्ट

पावन चिंतन धारा आश्रम के अध्यक्ष प्रो. पवन सिन्हा ने बताया कि यूपीएससी प्रोजेक्ट का उद्देश्य प्रदेश के ऐसे बच्चों को सिविल सेवा परीक्षाओं की तैयारी में सहयोग देना है, जो आर्थिक या पारिवारिक परिस्थितियों के कारण इस दिशा में आगे बढ़ने में सक्षम नहीं हो पाते। उन्होंने बताया कि बच्चों को निःशुल्क ऑनलाइन और ऑफलाइन कोचिंग प्रदान की जाएगी। इसके अंतर्गत विशेषज्ञ और अनुभवी शिक्षकों व पूर्व सिविल सेवक विद्यार्थियों को न केवल परीक्षा की तैयारी कराएंगे बल्कि समय प्रबंधन, जीवनशैली सुधार और व्यक्तित्व विकास पर भी ध्यान देंगे। इसके अलावा विद्यार्थियों के मार्गदर्शन और उनकी शंकाओं के समाधान के लिए परामर्श सत्रों का भी आयोजन किया जाएगा।

युवाओं के कैरियर में बांधा नहीं बनेगी गरीबी

प्रोजेक्ट यूपीएससी के लिए इच्छुक छात्र-छात्राएं संस्था की मेल आईडी upsc@ashrampcd.com और मोबाइल नंबर 8882918694 पर रजिस्ट्रेशन के लिए संपर्क कर सकेंगे। रजिस्ट्रेशन के बाद प्रवेश परीक्षा और साक्षात्कार आयोजित होगा, जिसके आधार पर अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास है कि सिविल सेवाओं में आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को भी मौका मिले और गरीबी उनके कैरियर में बांधा न बने। इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत 450 से अधिक बच्चे निःशुल्क कोचिंग ले रहे हैं।

सिविल सेवा के टॉपर्स के अनुभवों से सीखें, सकारात्मक सोचें

संयुक्त मजिस्ट्रेट हरिद्वार आशीष मिश्रा ने विद्यार्थियों को सिविल सेवाओं की तैयारी के टिप्स दिए। उन्होंने कहा कि सिविल सेवाओं में उत्तीर्ण होने के लिए अपना बेस्ट दें। सिविल सेवा के टॉपर्स के अनुभवों से सीखें। आप सुनिश्चित कर लें हमें इस परीक्षा को पास करना है। पहले ही दिन से सकारात्मक सोचें और अच्छे दोस्त चुनें।

इनकी रही उपस्थिति

कार्यक्रम में राज्यपाल सचिव रविनाथ रामन, अपर सचिव स्वाति एस भदौरिया, गोविंद बल्लभ पंत कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. मनमोहन सिंह चौहान, कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दीवान एस रावत, श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. एनके जोशी, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय के कुलपति ओपीएस नेगी, एसएसजे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सतपाल बिष्ट, प्रोजेक्ट यूपीएससी की समन्वयक सुरभी शर्मा, सह संयोजक ईशान गर्ग, सदस्य प्रशांत रावत, यश अग्रवाल, गर्वित विज सहित विभिन्न कॉलेजों के छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित थे।


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