दोषी अफसरों को बचाने वाले जांच अधिकारियों पर होगी सख्त कार्रवाई

CM Yogi JI

- सीएम योगी ने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग की जांच में खेल करने वाले अधिकारियों को लेकर जतायी नाराजगी

लखनऊ, 28 अक्टूबर (न्यूज़ एजेंसी)योगी सरकार ’जीरो टॉलरेंस नीति’ के तहत लगातार भ्रष्टाचार पर शिकंजा कस रही है। साथ ही, कार्यों में लापरवाही करने वाले अधिकारियों के खिलाफ भी सख्त एक्शन ले रही है। इसी के तहत योगी सरकार ने सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के जांच अधिकारियों को जांच के दायरे में आने वाले अधिकारी और कर्मचारी की रिपोर्ट को स्पष्ट करने के निर्देश दिये हैं।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को जांच रिपोर्ट में ’आंशिक रूप से आरोप प्रमाणित’ शब्द का उल्लेख न करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री ने जांच रिपोर्ट में ’आरोप सही’ या ’निराधार पाया गया’ जैसे स्पष्ट शब्दों का प्रयोग करने के निर्देश दिए ताकि दोषी अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जा सके। मुख्यमंत्री ने ऐसा न करने वाले नामित जांच अधिकारी के खिलाफ सख्त एक्शन लेने के निर्देश दिये हैं।

मुख्यमंत्री योगी ने हाल ही में सिंचाई एवं जल विभाग की समीक्षा की। इस दौरान अधिकारियों ने विभागीय लापरवाह अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ होने वाली विभागीय और अनुशासनिक कार्रवाई को नामित जांच अधिकारी द्वारा संस्थित किये जाने वाली रिपोर्ट के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि जांच रिपोर्ट में नामित अधिकारी द्वारा ’आंशिक रूप से आरोप प्रमाणित’ शब्द का प्रयोग किये जाने की बात बतायी। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को बताया कि जांच रिपोर्ट में स्पष्ट आरोप न होने की वजह से कार्रवाई करने में अक्सर परेशानी आती है।

मुख्यमंत्री ने इस जांच रिपोर्ट के नामित अधिकारियों को जांच रिपोर्ट में ’आंशिक रूप से आरोप प्रमाणित’ शब्द का प्रयोग न करने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा कि नामित जांच अधिकारी इस शब्द का प्रयोग कर कहीं न कहीं दोषी को बचाने का प्रयास कर रहे हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं, विभागीय नियमावली में भी ऐसे किसी शब्द का उल्लेख नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आगे से किसी भी जांच अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट में इस शब्द का प्रयोग किया तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा।

--सीएम के निर्देश के बाद दोषी अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ तेज होगी कार्रवाई

मुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को जांच रिपोर्ट में ’आरोप सिद्ध पाया गया’ या ’निराधार पाया गया’ का स्पष्ट उल्लेख करने का निर्देश दिया। ताकि लापरवाह अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ एक्शन लिया जा सके। मुख्यमंत्री योगी की नाराजगी पर विभाग में हड़कम्प मच गया है। इस पर शासन ने विभाग को आनन फानन में जीओ जारी कर निर्देशों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश दिये हैं। मुख्यमंत्री योगी के इस कदम से कई वर्षों से टेक्नीकल शब्दों के जरिये दोषी अधिकारी और कर्मचारी के खिलाफ लटकी कार्रवाई में भी अब तेजी देखने को मिलेगी।


Discover more from सत्यबोध इंडिया न्यूज़

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Reply

error: Content is protected !!
Solution prime ltd. Link. 7750 east nicholesds street waxhaw, st.