
जयपुर, 5 फ़रवरी (न्यूज़ एजेंसी)। प्रदेश में जिले और संभागों को निरस्त किए जाने के संबंध में स्थगन प्रस्ताव को लेकर विधानसभा में बुधवार को जोरदार हंगामा हुआ। संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने विधानसभा अध्यक्ष द्वारा स्थगन प्रस्ताव स्वीकार किए जाने पर आपत्ति जताई। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने प्रस्ताव को स्थगित करते हुए दोनों पक्षों के बीच अपने चेंबर में चर्चा कराने की व्यवस्था की।
इस फैसले के विरोध में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया, जिसके चलते विपक्षी विधायक वेल में पहुंच गए। बढ़ते हंगामे के बीच विधानसभा अध्यक्ष ने 12:15 बजे शून्य काल के दौरान सदन की कार्यवाही 15 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने तर्क दिया कि जो मामला राजस्थान हाईकोर्ट में विचाराधीन है, उस पर विधानसभा में चर्चा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने इसे न्यायिक प्रक्रिया का सम्मान बनाए रखने के लिए आवश्यक बताया। वहीं नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि हाईकोर्ट में केवल दो जिलों से जुड़े मामले विचाराधीन हैं, जबकि वे अन्य जिलों पर चर्चा करना चाहते हैं।
विधायक सुभाष गर्ग ने कहा कि हाईकोर्ट में सैकड़ों मामले लंबित रहते हैं, लेकिन इससे विधानसभा में चर्चा करने का अधिकार प्रभावित नहीं होना चाहिए। उन्होंने इसे विधायकों का विशेषाधिकार करार दिया।
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न्यूज़ एजेंसी/ ईश्वर
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