हिसार : गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय देश में 68वां व 1001-1250वां स्थान पाकर बना हरियाणा का एकमात्र सरकारी विश्वविद्यालय

गुरु जम्भेश्वर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई।

विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग

2025 में ‘इंजीनियरिंग’ विषय श्रेणी में मिली रैंकिंग

हिसार, 2 फरवरी (न्यूज़ एजेंसी)। यहां का गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी

विश्वविद्यालय लगातार अंतरराष्ट्रीय स्तर अपनी पहचान मजबूत कर रहा है। गुजविप्रौवि

ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रैंकिंग तथा मान्यता की सफलता की एक और उपलब्धि अपने नाम

दर्ज की है। गुजविप्रौवि को विश्व स्तर पर प्रतिष्ठित टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी

रैंकिंग 2025, इंजिनियरिंग विषय श्रेणी देश में 68वें स्थान पर तथा विश्व में

1001-1250वें स्थान पर रखा गया है। विश्वविद्यालय ने टाइम्स हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी

रैंकिंग श्रेणी में अपने स्कोर को 24.1-28.0 से बढ़ाकर 25.2-30.6 कर लिया है।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने रविवार को बताया कि टाइम्स

द्वारा दुनिया भर से केवल 1488 संस्थानों तथा भारत के 87 संस्थानों को ही रैंकिंग दी

गई है। हरियाणा राज्य से इस प्रतिष्ठित रैंकिंग में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने वाला

गुजविप्रौवि एकमात्र राज्य सरकारी विश्वविद्यालय बना है। उन्होंने कहा कि ‘इंजीनियरिंग’ श्रेणी के अंतर्गत

विश्वविद्यालय ने देश में अनुसंधान गुणवत्ता में 44वां स्थान, अनुसंधान वातावरण में

51वां स्थान तथा अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण में 79वां स्थान हासिल किया है।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने इस उपलब्धि के लिए विश्वविद्यालय परिवार

को बधाई दी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय को 2021 से लगातार टाइम्स हायर एजुकेशन

वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग में स्थान मिल रहा है। उन्होंने बताया कि ‘इंजीनियरिंग’ विषय तालिका में टाइम्स

हायर एजुकेशन वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2025 के समान ही विश्वसनीय एवं कठोर प्रदर्शन

संकेतकों का उपयोग किया गया है, लेकिन अनुशासन के अनुरूप कार्यप्रणाली को फिर से जांचा

गया है।विस्तृत विषय-विशिष्ट कार्यप्रणाली 2025 पर दुनिया भर के विद्यार्थी, शिक्षक,

शिक्षाविद, सरकार व उद्योग विशेषज्ञ भरोसा करते हैं। यह 157 मिलियन उद्धरणों, 18 मिलियन

शोध प्रकाशनों, वैश्विक स्तर पर 93,000 से अधिक विद्वानों के सर्वेक्षण प्रतिक्रियाओं

पर आधारित है।

प्रो. बिश्नोई ने बताया कि रैंकिंग पांच प्रमुख संकेतकों पर आधारित थी, जिन्हें

पांच क्षेत्रों में बांटा गया था। इनमें शिक्षण, शोध वातावरण, शोध गुणवत्ता, उद्योग

व अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण शामिल थे। इस रैंकिंग में विश्वविद्यालय का कुल स्कोर

19.5-25.5 है। विश्वविद्यालय ने शिक्षण में 10.6, शोध वातावरण में 10.1, शोध गुणवत्ता

में 58.9, उद्योग में 19.1 व अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण में 19.8 अंक प्राप्त किए हैं।

कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने बताया कि वर्तमान में विश्वविद्यालय का स्कोपस एच-इंडेक्स

131 है, जो इस क्षेत्र में सर्वाधिक है, जिसमें कुल प्रकाशन और उद्धरण क्रमशः 5206

और 1,18,874 हैं तथा औसत पेपर उद्धरण 22.83 है।

विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने भी विश्वविद्यालय परिवार को

बधाई दी। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय तेजी से प्रगति कर रहा है। भारत सरकार के

शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी एनआईआरएफ 2024 में ‘राज्य सरकारी वित्तपोषित विश्वविद्यालय’ श्रेणी रैंकिंग में

विश्वविद्यालय को 47वां स्थान और फामेर्सी श्रेणी में 55वां स्थान दिया गया है।

आईक्यूएसी के निदेशक प्रो. आशीष अग्रवाल व उप निदेशक प्रो. कश्मीरी लाल ने

भी विश्वविद्यालय के सभी हितधारकों को विश्वविद्यालय की एक और अंतरराष्ट्रीय मान्यता

के लिए बधाई दी।

न्यूज़ एजेंसी/ राजेश्वर


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