– बिशप हाउस में क्रिसमस जयंती मिलन समारोह में शामिल हुए भारत में वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष
वाराणसी, 23 दिसम्बर (न्यूज़ एजेंसी)। भारत में वेटिकन राजदूत महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली ने कहा कि भौगोलिक एवं परिवेशीय कारणों से विभिन्न स्थानों पर अलग-अलग धर्म का जन्म हुआ किंतु सभी धर्म का उद्देश्य विश्व मानवता का कल्याण करना है। महाधर्माध्यक्ष लियोपोस्दो जिरोली सोमवार को कैंटोमेंट क्षेत्र स्थित विशप हाउस में क्रिसमस पर आयोजित मिलन समारोह को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि आज वैज्ञानिक सुविधाओं से संपन्न मानव धरती से आगे बढ़कर दूसरे ग्रहों की ओर अग्रसर है। मनुष्य के पास सब कुछ है, फिर भी आज वह अशांत है। संचार साधनों के विकास ने विश्व को ग्राम बना दिया है और पूरी दुनिया के इंसान एक दूसरे के रहन-सहन, धर्म और परिवेश से परिचित हैं। उन्होंने कहा कि वाराणसी धर्म एवं संस्कृति की प्राचीन नगरी है, इस शहर ने पूरी दुनिया को आपसी भाईचारे का संदेश दिया है।
समारोह में प्रो. रमेशचंद्र नेगी (केंद्रीय उच्च तिब्बती शिक्षण संस्थान सारनाथ), भाई धर्मवीर सिंह (ग्रंथी गुरुद्वारा), प्रो. सुमन जैन बी.एच.यू., डॉक्टर
सुनीता चंद्रा (कुलसचिव तिब्बती संस्थान सारनाथ), स्वामी विश्वआत्मानंद (अद्वैत आश्रम), मौलाना अब्दुल बातिन नोमानी (मुफ्ती–ए–बनारस), प्रो. विशंभरनाथ मिश्र (महंत श्री संकटमोचन मंदिर) ने भी विचार रखा।
कार्यक्रम का आगाज दीप प्रज्जवलन से हुआ। अतिथियों ने मोक्ष नगरी का जीवन दर्शन नामक पुस्तक का लोकार्पण भी किया। इस अवसर पर सेंट मेरीज स्कूल के बच्चों ने क्रिसमस डांस, फादर प्रज्वल एवं एस.आर.ए. सिस्टर्स ने शांति गीत प्रस्तुत किया। वाराणसी के धर्माध्यक्ष विशप यूजिन जोसेफ ने सभी अतिथियों का स्वागत किया। सम्मेलन का संचालन वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. रामसुधार सिंह ने किया। नव वाणी स्कूल के बच्चों ने राष्ट्रगान प्रस्तुत किया।
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न्यूज़ एजेंसी/ श्रीधर त्रिपाठी
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