दीनदयालजी उपाध्याय जयंती: धर्म और रिलीजन के बीच अंतर को समझें

पंकज जगन्नाथ जयस्वाल “रिलीजन एक पश्चिमी अवधारणा है, भारतीय अवधारणा न तो रिलीजन है, न ही…

दीनदयाल उपाध्याय : अपने चर‍ित्र से गढ़ गए समाज और राजनीत‍िक जीवन के आदर्श प्रत‍िमान

– डॉ. मयंक चतुर्वेदी पंडित दीनदयाल उपाध्याय का जन्म भी कष्टों के बीच हुआ और जब…

एकात्म मानव दर्शन- एक दिव्य सिद्धांत

– प्रवीण गुगनानी महान दार्शनिक प्लेटो के शिष्य व सिकंदर के गुरु अरस्तु ने कहा था…

पितृ पक्ष पर विशेषः श्रद्धा के बिना अधूरा है श्राद्ध

– योगेश कुमार गोयल हिन्दू धर्म में पितृ पक्ष (श्राद्ध) को अहम माना गया है। श्राद्ध…

आयुष्मान भारत: भारत की स्वास्थ्य यात्रा में मील का पत्थर

जगत प्रकाश नड्डा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB -PMJAY) की छठी वर्षगांठ गर्व और…

सरकारी डॉक्टरों की रिटायरमेंट उम्र बढ़ाने की जरूरत

आर.के. सिन्हा भारत अपने नागरिकों को सेहतमंद रखने के लिए तुरंत एक अहम कदम यह उठा…

‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ कराने से क्या बदलाव आएगा?

-डॉ. सत्यवान सौरभ एक राष्ट्र एक चुनाव भारत में प्रस्तावित चुनावी सुधार है जो देश में…

साथ जियेंगे साथ मरेंगे कहावत की मिसाल बने स्वर्गीय मास्टर ब्रह्म खजुरिया और पुष्पा शर्मा

कठुआ, 22 सितंबर (न्यूज़ एजेंसी)। साथ जियेंगे साथ मरेंगे, इस तरह की कहावतें आपने बहुत बार…

बॉलीवुड के अनकहे किस्सेः सार्थक फिल्मों की पहचान थे बिमल राय

अजय कुमार शर्मा बिमल राय ने अपने सिनेमा का आधार उन सामाजिक सरोकारों को बनाया जो…

डिजिटल वॉर से सकते में दुनिया

-ऋतुपर्ण दवे संचार क्रांति के दौर में चौतरफा और रोजाना नित नई तकनीकों से दुनिया रू-ब-रू…

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