मप्रः लोक निर्माण मंत्री के निर्देश पर निर्माण कार्यों की गुणवत्ता की हुई जांच

वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक

– एक कार्यपालन यंत्री और दो उपयंत्रियों पर कार्रवाई, मुरैना की कंस्ट्रक्शन कम्पनी को ब्लैक-लिस्ट करने के निर्देश

भोपाल, 06 फरवरी (न्यूज़ एजेंसी)। लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के निर्देश पर प्रदेश में निर्माण कार्यों की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिये औचक निरीक्षण की नवीन पहल प्रारंभ की गई हैं। इसके तहत हर माह की 5 और 20 तारीख़ को सॉफ्टवेयर के माध्यम से रैंडम तरीके से चयनित दलों, जिलों, निर्माण कार्यों और सामग्री के सैंपल लेने के स्थानों का औचक निरीक्षण किया जाएगा। इसी क्रम में हाल ही में लोक निर्माण विभाग के सातों परिक्षेत्रों के एक-एक जिले में मुख्य अभियंताओं की टीमों द्वारा निरीक्षण किया गया।

प्रबंध संचालक, मध्यप्रदेश सड़क विकास निगम भरत यादव की अध्यक्षता में गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक की गई। बैठक में निरीक्षण किए गए सात जिलों के 35 निर्माण कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की गई, जिसे सॉफ्टवेयर पर अपलोड कर पोर्टल पर प्रदर्शित किया गया। बैठक में प्रबंध संचालक भवन विकास निगम पंकज जैन, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण विभाग केपीएस राणा, प्रमुख अभियंता एस.आर. बघेल सहित विभाग के वरिष्ठ अधिकारी एवं समस्त मुख्य अभियंता उपस्थित रहे।

प्रबंध संचालक भरत यादव ने सड़क, भवन और पुल निर्माण कार्यों के निरीक्षण के लिए अलग-अलग चेकलिस्ट तैयार करने के निर्देश दिए। निरीक्षण रिपोर्ट के लिए एक मानक फॉर्मेट तय करने का सुझाव दिया, जिससे निर्माण कार्यों की कमियों और सकारात्मक बिंदुओं को स्पष्ट रूप से दर्शाया जा सके। उन्होंने निर्देश दिये कि निरीक्षण के दौरान लिए गए नमूनों की लैब रिपोर्ट आने के बाद सभी दलों को फाइनल निरीक्षण रिपोर्ट प्रस्तुत करनी होगी।

समीक्षा बैठक में सिंगपुर-धरमपुर रोड से मझपुरा रोड के निर्माण कार्य में गुणवत्ता में गंभीर कमी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई करते हुए उपयंत्री को निलंबित करने एवं कार्यपालन यंत्री को कारण बताओ सूचना पत्र जारी करने का निर्णय लिया गया। ठेकेदार मेसर्स माँ शारदा कंस्ट्रक्शन एण्ड सप्लायर पन्ना को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिये गये।

प्रबंध संचालक यादव ने पन्ना जिले में वन स्टॉप सेंटर भवन कार्य में पाई गई कमी के आधार पर उपयंत्री को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया। भोपाल जिले में भोपाल-देवास मार्ग में कि.मी. 20, 23,24 एवं 25 में कुछ स्थानो पर सरफेस में क्रेक एवं रफनेस पाई गई। मार्ग में डिवाईडर में पेंटिंग एवं साईन बोर्ड तथा शोल्डर मापदण्ड अनुसार नही पाये गये। इसके लिये ठेकेदार एवं संबंधित अधिकारियों को 7 दिवस में सुधार कार्य करने के लिये निर्देशित किया गया। ग्वालियर जिले में सड़क कार्य पटेल का पुरा से गुरी बंजारों का पूरा मार्ग में निरीक्षण में ठेकेदार के द्वारा सी.आर.एम. एवं डब्ल्यू.एम. का कार्य मानक स्तर का नहीं किये जाने के एवं कार्य में विलंब के कारण ठेकेदार मेसर्स कामतानाथ कंस्ट्रक्शन कंपनी मुरैना को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिये गये।

यादव ने कहा कि निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दिया जाए और किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि अच्छा काम करने वाले ठेकेदारों को प्रोत्साहित भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह के नेतृत्व में विभाग निर्माण कार्यों में पारदर्शिता और गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

न्यूज़ एजेंसी/ मुकेश तोमर


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