प्रयागराज, 14/11/2024 * प्रयागराज में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीसीएस) की प्रारंभिक परीक्षा के नए प्रारूप के खिलाफ छात्रों का विरोध लगातार बढ़ रहा है। इस विरोध की मुख्य मांग है कि परीक्षा को एक पाली में आयोजित किया जाए, ताकि नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया से बचा जा सके। छात्रों का तर्क है कि एक ही पाली में परीक्षा आयोजित होने से अधिक पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहेगी।
यह प्रदर्शन 11 नवंबर से यूपी लोक सेवा आयोग कार्यालय के बाहर जारी है, जिसमें कई छात्र संगठन और कोचिंग संस्थान के छात्र शामिल हैं। इस आंदोलन को लेकर सोशल मीडिया पर भी कई वीडियो और बयान साझा किए गए हैं। दृष्टि आईएस कोचिंग का नाम भी इस विवाद में आया, जब छात्रों द्वारा उसका पोस्टर फाड़ा गया। इसके बाद प्रयागराज पुलिस ने स्वत: संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज की और करीब 11 छात्रों को हिरासत में लिया। दृष्टि आईएस कोचिंग संस्थान ने इस पर स्पष्टीकरण जारी किया है कि एफआईआर उनकी ओर से दर्ज नहीं कराई गई है और वे छात्रों की मांग का सम्मान करते हैं।
दृष्टि आईएस के संस्थापक ने एक बयान में कहा कि वे नॉर्मलाइजेशन के मुद्दे पर छात्रों का समर्थन करते हैं और परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता के लिए छात्रों की मांगों का समर्थन करते हैं। वहीं, पुलिस ने कहा कि बैनर फाड़ने की घटना को सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला मानते हुए स्वत: कार्रवाई की गई है।
छात्र संगठन और आंदोलन के समर्थन में जुटे लोग अब बड़े कोचिंग संस्थानों से इस विरोध में शामिल होने की मांग कर रहे हैं। छात्रों का मानना है कि अगर बड़े कोचिंग संस्थान खुलकर इस मुद्दे पर उनका समर्थन करते हैं, तो इससे आंदोलन को और बल मिलेगा।
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