
कानपुर, 31 जनवरी (न्यूज़ एजेंसी)। छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (सीएसजेएमयू) में तीन और चार फरवरी को नवाचारी एआई समाधान विषय पर एक नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जाएगा। इस सम्मेलन में देश भर के विश्वविद्यालयों के कुलपति, शिक्षाविद, नीति निर्माता और कई दिग्गज शामिल होगें। यह जानकारी शुक्रवार को प्रेस वार्ता के दौरान सीएसजेएमयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने दी।
कुलपति ने बताया कि यह कॉन्फ्रेंस एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (एआईयू) के तत्वाधान में आयोजित होगी। कार्यक्रम का उद्घाटन सत्र तीन फरवरी को आईआईटी कानपुर में होगा। जबकि समापन सत्र चार फरवरी को विश्वविद्यालय में आयोजित होगा। आज का समय एआई व डिजीटलाइजेशन का है। विश्व के कई देश इस पर काम कर रहे। हम इस आधुनिकता के दौर में एआई के माध्यम से अपनी कई समस्याओं का उचित समाधान पा सकते हैं। शहरीकरण एक तेजी से बढ़ती हुई चुनौती है, जो हमारे शहरों की संरचना, परिवहन प्रणाली और नागरिकों की जीवनशैली को प्रभावित करती है। इस चुनौती का सामना करने के लिए हमें नवाचारी समाधानों की आवश्यकता है। जो हमारे शहरों को स्मार्ट, सुरक्षित, बना सकें। नेशनल कॉन्फ्रेंस में हम जल प्रबंधन, यातायात प्रबंधन, ऊर्जा मांग पूर्वानुमान, वायु गुणवत्ता प्रबंधन, शहरी गतिशीलता समाधान, बाढ़ पूर्वानुमान और प्रबंधन, शहरी शासन जैसे गंभीर विषयों पर विभिन्न विशेषज्ञों के साथ मिलकर चर्चा करेंगे। यह कॉन्फ्रेंस उद्योग और अकादमिक जगत के बीच संबंधों को मजबूत करने में मदद करेगी। इस प्रेस वार्ता में प्रतिकुलपति प्रो. सुधीर कुमार अवस्थी, कुलसचिव डॉ. अनिल कुमार यादव, विश्वविद्यालय के इनोवेशन फाउंडेशन की डीन व डायरेक्टर डॉ. शिल्पा देशपांडेय कायस्था, डॉ. हर्षित, विश्वविद्यालय के स्टार्टअप फ्लोटा के फाउंडर भुवन भाटिया मौजूद रहे।
न्यूज़ एजेंसी/ रोहित कश्यप
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