मैनपुरी, 08/11/2024 (न्यूज़ एजेंसी) * मैनपुरी के ग्राम पंचायत नौनेर के झंडाहार गांव में सड़क निर्माण के नाम पर 9.57 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है। जांच में पाया गया कि बिना मीज़रमेंट बुक (एमबी) तैयार किए ग्राम पंचायत निधि से फर्म और श्रमिकों के खातों में सीधा भुगतान कर दिया गया। यह भुगतान प्रधान और पंचायत सचिव ने नियमों की अनदेखी करते हुए किया, जबकि निर्माण कार्य का निरीक्षण और माप-तौल करना अनिवार्य था।
ग्राम पंचायतों में विकास कार्य के भुगतान की एक प्रक्रिया होती है, जिसके तहत किसी भी निर्माण कार्य के लिए पहले पंचायत राज विभाग के कंसल्टेंट या ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के अवर अभियंता द्वारा स्थल निरीक्षण किया जाता है और माप-तौल के अनुसार धनराशि तय की जाती है। इसके बाद ग्राम प्रधान और सचिव दोनों के डिजिटल सिग्नेचर से भुगतान होता है। परंतु झंडाहार में बिना माप-तौल के ही यह भुगतान कर दिया गया, जबकि सड़क निर्माण का काम ही नहीं हुआ था। बाद में शिकायत पर 5 नवंबर की रात निर्माण कार्य कराया गया।
शिकायतकर्ता गौरव चौहान की जानकारी पर जिलाधिकारी ने इस मामले में जिला विकास अधिकारी अजय कुमार से जांच करवाई, जिसमें रात के अंधेरे में निर्माण कार्य होते हुए पाया गया। एमबी यानी मीज़रमेंट बुक किसी भी विकास कार्य के भुगतान से पहले अभियंता द्वारा तैयार की जाती है, जिसमें कार्य की माप के अनुसार धनराशि निर्धारित होती है।
डीपीआरओ यतेंद्र सिंह के अनुसार, जिला विकास अधिकारी ने अपनी जांच रिपोर्ट तैयार की है, जिसे जिलाधिकारी को भेजा जाएगा। दोषियों पर कार्रवाई का निर्णय जिलाधिकारी के निर्देशों के अनुसार लिया जाएगा।
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