एलएंडटी मुंबई ओपन: माया राजेश्वरन सेमीफाइनल में, थोम्बरे डबल्स के फाइनल में पहुंची

पंचांग

मुंबई, 7 फरवरी(न्यूज़ एजेंसी)। भारतीय टेनिस में इस समय सबसे चमकीले सितारों में से एक 15 वर्षीय माया राजेश्वरन ने अपने शानदार फॉर्म का सिलसिला जारी रखते हुए शुक्रवार को मुंबई के प्रतिष्ठित क्रिकेट क्लब ऑफ इंडिया में जारी एलएंडटी मुंबई ओपन डब्ल्यूटीए 125 सीरीज के सेमीफाइनल में जगह बना ली है।

माया ने खचाखच भरे स्टेडियम में शानदार प्रदर्शन करते हुए क्वार्टर फाइनल में जापान की मेई यामागुची को 6-4, 3-6, 6-2 के स्कोर के साथ हराया। माया की जीत का मतलब है कि अब वह यहां चल रही एलएंडटी मुंबई ओपन डब्ल्यूटीए 125 सीरीज के सिंगल्स ड्रॉ में शीर्ष पुरस्कार की दौड़ में शामिल एकमात्र भारतीय हैं। माया अब शनिवार को सेमीफाइनल में जिल टेचमैन से भिड़ेंगी।

माया की शुरुआत अच्छी नहीं रही, पहले सेट में खेले गए चार गेम के बाद वह 1-3 से पीछे चल रही थी। लेकिन, उसने शानदार वापसी की और लगातार तीन गेम जीतकर पहला सेट 6-4 से अपने नाम किया। दूसरे सेट में मेई यामागुची ने बेहद कड़े मुकाबले में हर अंक के लिए कड़ी टक्कर दी। स्कोर 3-3 था, जिसके बाद जापानी खिलाड़ी ने तेजी से गियर बदलते हुए मुकाबले को बराबरी पर ला दिया। मेई ने अंतिम सेट के पहले गेम में अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा, लेकिन कहानी और गति काफी तेजी से बदल गई।

माया ने अपने प्रतिद्वंद्वी को चौंकाते हुए लगातार अगले पांच गेम जीतकर बढ़त हासिल कर ली। माया ने तीन सेट के दौरान पांच ऐस बनाए और अपने 12 ब्रेक पॉइंट में से सात बचाए। बेसलाइन पर उनके क्रॉस शॉट और तेज मूवमेंट ने उन्हें शानदार बना दिया और उन्होंने अंतिम सेट 6-2 से जीतकर गेम अपने नाम कर लिया।

वहीं दोपहर में क्वार्टर फाइनल में भारत की श्रीवल्ली भामिदीपती का मुकाबला जिल टेचमैन से था। श्रीवल्ली, जो पूरे सप्ताह अच्छा खेल रही थीं, ने एक बार फिर बड़े सर्व का फायदा उठाने की कोशिश की, लेकिन स्विस खिलाड़ी ने उनका मुकाबला जारी रखा। टूर्नामेंट में पांचवीं वरीयता प्राप्त टेचमैन ने पहला सेट 6-2 से जीता।

दूसरे सेट में भी यही स्थिति रही, क्योंकि श्रीवल्ली को अपने प्रतिद्वंद्वी को हराने में मुश्किल हो रही थी। टेचमैन की सर्विस पूरे खेल में भारतीय खिलाड़ी को काफी परेशान कर रही थी। पूर्व डब्ल्यूटीए नंबर 21 ने दूसरे सेट में आसानी से जीत हासिल की और मैच को 6-2 से जीतकर सेमीफाइनल में जगह पक्की की।

युगल मुकाबले में भारत के लिए नतीजे मिले-जुले रहे, क्योंकि प्रार्थना थोम्बरे और एरियन हार्टोनो ने सेमीफाइनल में एडेन सिल्वा और अनास्तासिया तिखोनोवा को 2-6, 6-4, 10-2 से हराया और लगातार दूसरे साल एलएंडटी मुंबई ओपन 2025 डब्ल्यूटीए 125 के फाइनल के लिए क्वालीफाई किया।

एडेन और अनास्तासिया ने मैच की शुरुआत दमदार तरीके से की और लगातार दो गेम जीतकर पहला सेट 6-2 से जीत लिया। हालांकि, प्रार्थना और एरियन ने वापसी करते हुए दूसरा सेट 6-4 से जीतकर मैच बराबर कर दिया। प्रार्थना का निर्णायक नेट प्ले अहम रहा, क्योंकि उन्होंने बहुत जरूरी अंक जीते और अपने विरोधियों की गलतियों का फायदा उठाया।

जब टाई-ब्रेकर आया, तब तक एडेन और अनास्तासिया को दोपहर की गर्मी का अहसास होने लगा था और इंडो-डच जोड़ी ने तुरंत इसका फायदा उठाया और 10-2 के स्कोर के साथ सेट अपने नाम कर लिया।

इस बीच, रुतुजा भोसले और एलिसिया बार्नेट के लिए यह दिन मुश्किल रहा, जिन्हें डबल्स क्वार्टर फाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त एलेना प्रिडांकिना और अमीना अंशबा ने 4-6, 3-6 से हराया। रुतुजा और एलिसिया ने मैच की शानदार शुरुआत की और पांच गेम के बाद पहले सेट में बढ़त बनाई। आठवें गेम तक स्कोर 4-4 था, लेकिन एलेना और अबीना ने आखिरी दो गेम जीतकर पहला सेट जीत लिया। उन्होंने रक्षात्मक रुख अपनाया और दोनों खिलाड़ियों ने बेसलाइन पर टिके रहकर सुनिश्चित किया कि वे आसान अंक न गंवाएं।

अच्छे परफॉरमेंस के बावजूद रुतुजा और एलिसिया, एलेना और अबीना की जोड़ी को परेशान नहीं कर सकीं, जिन्होंने 6-3 से सेट समाप्त किया और सेमीफाइनल में जगह पक्की की। भारतीयों और इटालियंस के बीच एक अन्य मुकाबले में, युगल क्वार्टर फाइनल में कैमिला रोसाटेलो और निकोल फोसा ह्यूर्गो ने श्रीवल्ली रश्मिका भामिदिपति और रिया भाटिया को 6-3, 6-3 से हराकर सेमीफाइनल में प्रवेश किया।

—————

न्यूज़ एजेंसी/ वीरेन्द्र सिंह


Discover more from सत्यबोध इंडिया न्यूज़

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Leave a Reply

error: Content is protected !!