गुवाहाटी, 12 दिसंबर (न्यूज़ एजेंसी)। मालीगांव स्थित पूर्वोत्तर सीमा रेलवे (पूसीरे-निर्माण) मुख्यालय में पूसीरे और आईआईटी-गुवाहाटी की ओर से एक उच्चस्तरीय प्रौद्योगिकी चर्चा और प्रदर्शन सत्र आयोजित किया गया। इस अवसर पर स्वचालित पुल निगरानी और रोबोटिक अंडरवाटर ब्रिज अनुरक्षण के लिए कई अत्याधुनिक तकनीकों पर चर्चा की गई और इस पहलू पर दोनों संस्थानों के बीच आपसी सहयोग के लिए विस्तृत रोडमैप तैयार किया गया।
पूसीरे के सीपीआरओ कपिंजल किशोर शर्मा ने गुरुवार काे बताया है कि सत्र के दौरान चर्चा किए गए रोचक प्रौद्योगिकियों में से एक, रेलवे पुलों की अत्याधुनिक अंडरवाटर निरीक्षण और अनुरक्षण प्रणाली की थी, जो अंडरवाटर पुल अनुरक्षण की अद्वितीय चुनौतियों का समाधान करने के लिए रोबोटिक्स और एआई आधारित प्रणालियों का उपयोग करेगी, जिसमें खामियों और रेट्रोफिटिंग का पता लगाना शामिल है। चर्चा का एक अन्य प्रमुख बिन्दु रेलवे पुलों की स्वचालित निगरानी के लिए कमांड सेंटर आधारित पूर्वानुमानित अनुरक्षण प्रणाली थी, जो एक अत्याधुनिक पहल है एवं जिसका उद्देश्य पूर्वानुमानित विश्लेषण के माध्यम से पुल संरक्षा को बढ़ावा प्रदान करना है।
इस सत्र का आयोजन पूसीरे के महाप्रबंधक चेतन कुमार श्रीवास्तव, पूसीरे (निर्माण) के महाप्रबंधक अरुण कुमार चौधरी और पूसीरे के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में किया गया। चर्चा सत्र के दौरान आईआईटी-गुवाहाटी के विभिन्न विभागों के वरिष्ठ प्रोफेसर भी मौजूद थे। हाल ही में पूसीरे ने रेल बुनियादी अवसंरचना में संरक्षा, दक्षता और स्थिरता को बढ़ावा देने के अभिनव समाधानों के लिए आईआईटी गुवाहाटी के साथ रणनीतिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।
पूसीरे और आईआईटी-गुवाहाटी के बीच सहयोग, रेलवे क्षेत्र में शैक्षणिक अनुसंधान को व्यावहारिक कार्यान्वयन के साथ जोड़ने के लिए एक मानक स्थापित करता है। यह पहल संरक्षा, दक्षता और स्थिरता को प्राथमिकता देते हुए भारत के रेलवे नेटवर्क को आधुनिक बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
न्यूज़ एजेंसी/ अरविन्द राय
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