विकसित भारत के निर्माण के लिए बुनियादी ढांचा, निवेश, नवाचार और समावेशिता पर ध्‍यान केंद्रित : सीतारमण

व्हार्टन स्कूल के छात्रों को संबोधित करते हुए निर्मला सीतारमण

वाशिंगटन/नई दिल्ली, 23 अक्टूबर (न्यूज़ एजेंसी)। केंद्रीय वित्‍त एवं कॉरर्पोरेट मामलों की मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए नरेन्द्र मोदी नीति सरकार चार प्रमुख क्षेत्रों बुनियादी ढांचा, निवेश, नवाचार और समावेशिता पर ध्‍यान केंद्रित कर रही है। सीतारमण ने पेंसिल्वेनिया विश्वविद्यालय के व्हार्टन स्कूल के छात्रों के साथ बातचीत के दौरान यह बात कही।

वित्‍त मंत्री कार्यालय ने बुधवार को जारी बयान में बताया कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों में हिस्सा लेने के लिए यहां पहुंचीं। वित्‍त मंत्री न्यूयॉर्क से वाशिंगटन डीसी तक कार में आईं। इस बीच वह पेनसिल्वेनिया विश्वविद्यालय में रुकी थीं, जहां उन्‍होंने छात्रों से बातचीत की। उन्‍होंने कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के लिए नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार चार प्रमुख क्षेत्रों, बुनियादी ढांचा, निवेश, नवाचार तथा समावेशिता पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

व्हार्टन स्कूल के छात्रों से बातचीत के दौरान उन्‍होंने कहा कि केंद्र सरकार के 51 से ज्‍यादा मंत्रालय और विभाग डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफ़र (डीबीटी) से जुड़े हैं। पिछले 8 सालों में कुल मिलाकर 450 अरब अमरीकी डॉलर से ज्‍यादा ट्रांसफ़र किए गए हैं। वित्‍त मंत्री ने कहा कि 8 सालों में लगभग 40 अरब अमरीकी डॉलर की चोरी से बचाए गए हैं। उन्‍होंने कहा कि भारत का यह डिजिटल अनुभव चोरी, धोखाधड़ी वाले लेन-देन और फर्जी खाताधारकों को कम करने का एक बेहतरीन सबक है। इससे हमें करदाताओं के पैसे के बारे में जिम्‍मेदार होने में बहुत फायदा मिल रहा है।

सीतारमण ने छात्रों से संवाद करते हुए कहा कि जिस वर्ष हम ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता की 100वीं वर्षगांठ मना रहे होंगे, अर्थात 2047 में, हम एक विकसित देश बनना चाहते हैं और बनने की आकांक्षा रखते हैं। वित्त मंत्री ने कहा कि इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए सरकार ने चार प्रमुख क्षेत्रों बुनियादी ढांचा, निवेश, नवाचार और समावेशिता की पहचान की है। उन्‍होंने कहा कि अलावा चार वर्गों, किसानों, महिलाओं, युवाओं तथा गरीबों की जरूरतों को समझने और उसे पूरा करने की जरूरत है। इसके साथ यह सुनिश्चित करना है कि उन्हें संसाधनों तथा अवसरों तक पहुंच मिले।

उल्‍लेखनीय है कि केंद्रीय वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारण अमेरिका के आधिकारिक दौरे पर हैं। सीतारमण वाशिंगटन डीसी में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ), विश्व बैंक की वार्षिक बैठकों, जी-20 वित्त मंत्रियों, केंद्रीय बैंक गवर्नर (एफएमसीबीजी) की बैठकों, जी-20 एफएमसीबीजी, पर्यावरण मंत्रियों एवं विदेश मंत्रियों की संयुक्त बैठक और जी-7–अफ्रीका मंत्रिस्तरीय गोलमेज सम्मेलन में हिस्सा लेंगी।

न्यूज़ एजेंसी/ प्रजेश शंकर


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