एटा, 27/10/2024 उत्तर प्रदेश: न्यूज़ एजेंसी के अनुसार, एटा जिले में एक बीएएमएस छात्र के साथ पुलिस द्वारा की गई कथित पिटाई का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि यह घटना तब हुई जब छात्र गुरुग्राम से अपने घर फर्रुखाबाद के लिए किराए की कार से लौट रहा था। रास्ते में धुमरी के पास विवाद के बाद पुलिस छात्र को थाने ले गई, जहाँ SHO के आदेश के बावजूद उसे छोड़ने की बजाय दरोगा ने कथित रूप से उसकी बेल्ट से पिटाई कर दी।
कैसे हुई घटना?
छात्र दीपक कुमार, जो फर्रुखाबाद जिले के कंपिल का रहने वाला है, के भाई बीएएमएस की पढ़ाई कर रहे हैं। दीवाली के त्यौहार पर वह दिल्ली से किराए पर कार लेकर धुमरी तक पहुंचे, जहां उनके परिवार के सदस्य उन्हें लेने आए। उसी दौरान रास्ते में कुछ बाइक सवार युवकों से विवाद हो गया। पुलिस मौके पर पहुंची और छात्र को थाने ले आई।
SHO के आदेश की अवहेलना
बताया जा रहा है कि थाने में SHO ने दरोगा को छात्र को छोड़ने के लिए कहा था, लेकिन दरोगा ने आदेश का पालन न करते हुए छात्र को बंद कर पिटाई की। इस दौरान दरोगा ने कथित रूप से छात्र को बेल्ट से मारा, जिससे उसकी पीठ और हाथों पर चोट के निशान बने। जब छात्र के परिजनों को घटना का पता चला, तो वे थाने पहुंचे और हंगामा किया। इसके बाद छात्र को तुरंत रिहा किया गया।
वायरल वीडियो और प्रतिक्रिया
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें परिजन SHO से शिकायत करते हुए देखे जा सकते हैं। वीडियो में परिजन दरोगा द्वारा किए गए दुर्व्यवहार की निंदा कर रहे हैं और न्याय की मांग कर रहे हैं। SHO ने घटना के बाद दरोगा को कड़ी फटकार लगाई और छात्र को तुरंत छोड़ने का आदेश दिया।
पुलिस का पक्ष
अलीगंज के क्षेत्राधिकारी (CO) सुधांशु शेखर ने इस मामले में कहा कि पुलिस ने युवक को थाने लाने का कारण केवल हंगामा रोकना था। उनका कहना है कि थाने में मारपीट के आरोप गलत हैं, और मामले की जांच की जा रही है।
यह घटना एटा पुलिस पर गंभीर सवाल खड़े करती है। अब देखना यह होगा कि पुलिस विभाग इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और छात्र के परिवार को कब तक न्याय मिल पाता है।
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