केंद्रीय बजट सर्वहितकारी और विकसित भारत के लक्ष्य को पूरा करने वाला : डॉक्टर सिकंदर कुमार

Doctor Sikander

शिमला, 01 फ़रवरी (न्यूज़ एजेंसी)। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा शनिवार को प्रस्तुत वित्तीय वर्ष 2025-26 के केंद्रीय बजट को लेकर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। राज्यसभा सांसद एवं भाजपा प्रदेश महामंत्री प्रो. सिकंदर कुमार ने बजट की सराहना करते हुए इसे सर्वहिताय, सर्वसुखाय एवं विकसित भारत की दिशा में मजबूत कदम करार दिया है। उन्होंने कहा कि इस बजट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास का मूल मंत्र स्पष्ट रूप से परिलक्षित होता है।

प्रो. सिकंदर कुमार ने कहा कि मेक इन इंडिया, एमएसएमई को समर्थन, रोजगार सृजन, नवाचार को बढ़ावा देने और ऊर्जा आपूर्ति को सुरक्षित करने जैसे महत्वपूर्ण निर्णय इस बजट की विशेषताएं हैं। उन्होंने मध्यम वर्ग और वेतनभोगी कर्मचारियों को कर राहत देने के लिए वित्त मंत्री का आभार जताया। बजट में 12 लाख रुपये तक की आय पर कर छूट की घोषणा को साहसिक और प्रशंसनीय निर्णय बताया, जिससे लाखों करदाताओं को राहत मिलेगी।

कृषि, स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्र को मिला बढ़ावा

प्रो. सिकंदर कुमार ने कहा कि यह बजट कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देने के साथ-साथ 5 नए राष्ट्रीय कौशल केंद्रों की स्थापना, जिला अस्पतालों में डे-केयर कैंसर सेंटर खोलने, निर्यात बढ़ाने और स्टार्टअप्स के लिए पूंजी सीमा 10 से बढ़ाकर 20 करोड़ करने जैसी योजनाओं को मजबूती प्रदान करेगा। उन्होंने परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में सुधार की दिशा में 5 नए परमाणु रिएक्टर खोलने के निर्णय को भी महत्वपूर्ण बताया।

उन्होंने बताया कि बजट में एक करोड़ युवाओं को शीर्ष 500 कंपनियों में रोजगार देने, महिलाओं और मजदूरों को किफायती आवास उपलब्ध कराने, वरिष्ठ नागरिकों को ब्याज दरों और करों में राहत देने जैसे कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं।

पर्यटन क्षेत्र को मिलेगा बढ़ावा

पर्यटन क्षेत्र के लिए की गई घोषणाओं पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रो. सिकंदर कुमार ने कहा कि देश के 50 प्रमुख पर्यटन स्थलों को विशेष रूप से विकसित करने और होम स्टे को प्रोत्साहित करने के लिए मुद्रा लोन की सुविधा उपलब्ध कराने का निर्णय पर्यटन उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।

उन्होंने बताया कि इसी बजट सत्र में नया आयकर विधेयक लाने की घोषणा करदाताओं के लिए राहतकारी साबित होगी। आईआईटी और मेडिकल कॉलेजों के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने और डिप्लोमा कोर्स बढ़ाने के फैसले को भी उन्होंने बेहद सराहनीय बताया।

राजकोषीय घाटा कम करने पर जोर

प्रो. सिकंदर कुमार ने वित्त मंत्री के राजकोषीय अनुशासन की सराहना करते हुए कहा कि सरकार ने राजकोषीय घाटे को 5.9% से घटाकर 4.4%, राजस्व घाटे को 1.5%, प्राथमिक घाटे को 0.8% तक सीमित करने का सराहनीय प्रयास किया है। इसके साथ ही आयकर संग्रह में 12% की वृद्धि और आर्थिक वृद्धि दर को 6.3% से 6.8% तक बनाए रखने का लक्ष्य वित्तीय मजबूती की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।

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न्यूज़ एजेंसी/ उज्जवल शर्मा


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