
जम्मू, 1 फ़रवरी (न्यूज़ एजेंसी)। वरिष्ठ नेशनल कॉन्फ्रेंस नेता और चिनाब घाटी क्षेत्र के प्रवक्ता अजीत भगत ने सरकार से किश्तवाड़ के निवासियों के लिए बिजली बिल में कमी करने का आग्रह किया है। उन्होंने उच्च बिजली दरों पर चिंता व्यक्त की और कहा कि यह स्थानीय आबादी के साथ अन्याय है जबकि चिनाब घाटी क्षेत्र को उत्तर भारत में एक प्रमुख बिजली केंद्र बनाने में जिले की भूमिका रही है।
भगत ने इस बात पर प्रकाश डाला कि एक बार चालू पनबिजली परियोजनाएं पूरी हो जाने के बाद क्षेत्र में लगभग 6,000 मेगावाट बिजली पैदा होगी। उन्होंने बताया कि चिनाब घाटी से अधिशेष बिजली न केवल जम्मू और कश्मीर के अन्य हिस्सों को बल्कि पूरे भारत के विभिन्न राज्यों को भी आपूर्ति की जाएगी।
पूरा होने के करीब पहुँच चुकी परियोजनाओं में 1,000 मेगावाट की पाकल दुल परियोजना, 624 मेगावाट की किरू परियोजना, 540 मेगावाट की कवार परियोजना, 850 मेगावाट की रतले परियोजना और 930 मेगावाट की कार्थी परियोजना शामिल हैं जिन्हें केंद्र और जम्मू-कश्मीर सरकार के बीच एक संयुक्त उद्यम के रूप में पुनर्जीवित किया गया है। भगत ने कहा कि 3,230 मेगावाट की वार्षिक उत्पादन क्षमता वाली पाकल दुल जलविद्युत परियोजना सक्रिय रूप से निर्माणाधीन है और जुलाई 2026 तक पूरी होने की उम्मीद है।
इन विकासों के बावजूद भगत ने दुख जताया कि किश्तवाड़ के लोग अत्यधिक बिजली बिलों के कारण परेशान हैं। उन्होंने प्रशासन से इस मुद्दे को तत्काल हल करने और यह सुनिश्चित करने का आह्वान किया कि स्थानीय लोगों को अपने क्षेत्र में बिजली परियोजनाओं से लाभ मिले।
न्यूज़ एजेंसी/ राहुल शर्मा
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