-वर्ल्ड बुक ऑफ एक्सीलेंस यूके की टीम ने प्रदान किया सर्टिफिकेट
इंदौर, 22 दिसंबर (न्यूज़ एजेंसी)। मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में जवाहर नवोदय विद्यालय एलुमनी मीट ‘नवोत्सव 3.0’ में रविवार को एक नया इतिहास रचा गया। इसमें देशभर के नवोदय विद्यालयों में 1987 से अब तक पढ़ चुके 8635 पूर्व छात्र शामिल हुए। यह देश की अब तक सबसे बड़ी एलुमनी मीट है। रविवार को ‘वर्ल्ड बुक ऑफ एक्सीलेंस’ यूके की टीम ने इसकी मॉनिटरिंग की और प्रोविजनल सर्टिफिकेट प्रदान किया। इसमें शामिल हुए ये पूर्व छात्र अब सांसद, आईएएस, आईपीएस, डॉक्टर, शिक्षक, सीए, बिजनेसमैन बन चुके हैं।
इसके पूर्व हैदराबाद के एक स्कूल में हैदराबाद के एक स्कूल में एलुमनी मीट हुई थी। इसमें 4600 पूर्व छात्र शामिल हुए थे। इंदौर में आयोजित इस मीट में जम्मू-कश्मीर से लेकर, उत्तर पूर्व भारत, मध्य प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, दक्षिण भारत सहित कई राज्यों से छात्रों ने हिस्सा लिया।
देश की इस सबसे बड़ी एलुमनी मीट को लेकर ‘वर्ल्ड रिकॉर्ड’ के लिए रजिस्ट्रेशन किए गए थे। जवाहर नवोदय विद्यालय के पूर्व छात्रों ने इसके लिए वेबसाइट बनाकर इन छात्रों का रजिस्ट्रेशन किया। इस मीट के लिए 200 लोगों की टीम पिछले एक हफ्ते से 24 घंटे काम कर रही थी। मध्य प्रदेश के नवोदयों के पूर्व छात्रों के ग्रुप ‘मान’ द्वारा इसका आयोजन किया गया। इंदौर में नवोत्सव का तीसरा आयोजन था।
एलुमनी मीट की मैनेजमेंट टीम के सदस्य डॉ. विकास व्यास और डॉ. पुनीत गुप्ता ने बताया कि मीट में नवोदय के पूर्व छात्र शामिल हुए। इन छात्रों ने अपनी यादों को एक-दूसरे से साझा किया। नवोदय गार्डन, बिचौली में हुई इस मीट का उद्देश्य पूरे देश में फैले जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रों को एकत्र कर देश और समाज के लिए बड़ा काम करने का है। नवोदय विद्यालय की शुरुआत 1987 से शुरू हुई थी। मप्र में 48 नवोदय विद्यालय हैं। इन सभी के पूर्व छात्र आज कार्यक्रम में शामिल हुए। सभी ने सामूहिक डांस किया। फोटो, वीडियो शूट किए, यादें साझा की और भोज किया। सभी में बहुत आत्मीयता थी।
क्यूआर कोड से एंट्री
एलुमनी मीट की मैनेजमेंट टीम के सदस्य सीए सुनील पाटीदार और सीएस नीलेश गुप्ता ने बताया कि रजिस्ट्रेशन के लिए वेबसाइट पर पहले रजिस्टर करने के बाद छात्रों को एक क्यूआर कोड दिया गया। इस के जरिए एलुमनी मीट में प्रवेश दिया जाएगा। सुबह 9 बजे से शाम 6 बजे तक पूर्व छात्र शामिल होने आते रहे। इसमें 8635 छात्रों को क्यूआर कोड दिया गया था।
महाकाल दर्शन की विशेष व्यवस्था
सुनील गुप्ता ने कहा कि मीट में आने वालों छात्रों के लिए उज्जैन स्थित महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन के लिए पूर्व छात्रों के लिए टीम ने विशेष व्यवस्था की है। इसके ज़रिए देशभर से आए कई छात्रों को महाकाल के दर्शन भी करवाए जा रहे हैं। इसमें मुकेश यादव और शुभम सुहाने की विशेष भूमिका है।
हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर
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