
टीकमगढ़, 2 फ़रवरी (न्यूज़ एजेंसी)। मध्यप्रदेश के टीकमगढ़ से एक अनोखा और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जिले के जतारा थाना क्षेत्र के ग्राम ताल लिधौरा में पिता की मौत के बाद उनके अंतिम संस्कार के लेकर दाे पुत्रों के बीच विवाद हो गया।
अंतिम यात्रा में शामिल होने आए नाते-रिश्तेदार और गांव के लोग उस वक्त हैरान रह गए, जब बड़े बेटे ने पिता के शव के दो टुकड़े कर अलग-अलग अंतिम संस्कार की बात कह दी। लोगों ने उन्हें समझाया कि ऐसा नहीं हो सकता। लेकिन वह जिद पर अड़ गया। इस विवाद के बीच पिता का शव करीब 5 घंटे तक घर के बाहर जमीन पर पड़ा रहा। परिजनों और रिश्तेदारों के मनाने पर भी जब बात नहीं बनी तो पुलिस को सूचना दी गई। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंच कर अंतिम संस्कार के लिए राजी किया।
जानकारी अनुसार ताल लिधौरा निवासी ध्यानी सिंह घोष 85 वर्ष का रविवार काे निधन हाे गया।ध्यानी सिंह के दो बेटे हैं। छोटा बेटा दामोदर सिंह और बड़ा बेटा किशन सिंह। छोटे बेटे दामोदर ने पिता की देखभाल की थी। पिता की मौत के बाद वह उनके अंतिम संस्कार की तैयारी कर रहा था। वहीं सूचना पर ग्रामीणों के साथ ही रिश्तेदार भी उसके घर पहुंच गए। वह अंतिम संस्कार की तैयारी कर रही रहा था कि तभी उसका भाई किशन सिंह घोष अपने पुत्र एवं परिजनों के साथ दामोदर के घर पहुंच गया और पिता का अंतिम संस्कार करने की जिद करने लगा। इस पर दामोदर ने उसे अंतिम संस्कार करने से मना कर दिया। दामोदर ने इसका विरोध किया, क्योंकि किशन और उनके परिवार ने पिता की बीमारी के दौरान उनकी देखभाल नहीं की थी। परिजनों का कहना था कि अंतिम समय में ध्यानी की तबियत बिगड़ने पर बड़े बेटे किशन और उसके परिवार ने सुध नहीं ली। उन्हें अपने साथ रखा भी नहीं रखा ऐसे में सेवा करने वाले पुत्र दामोदर को ही अंतिम संस्कार करने की हक दिया जाए। इसी बात को लेकर दोनों पुत्रों के बीच विवाद होता रहा और पिता के शव को भी घर के बाहर रख दिया गया। इसे लेकर रिश्तेदार और परिजन हर प्रकार से दामोदर और किशन को समझाते रहे, लेकिन वह नहीं माने। आलम यह था कि किशन ने अपने पिता के शरीर के दो टुकड़े कर अलग-अलग संस्कार करने की बात कही। इस पर सभी विचलित हो उठे। वहीं मामला शांत होने न देख परिजनों ने पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों पक्षों से बात की। इसके बाद ग्रामीणों और परिजनों की राय के अनुसार छोटे बेटे दामोदर को अंतिम संस्कार करने की अनुमति दी। पुलिस की मध्यस्थता के बाद मामला शांत हुआ। पुलिस की मौजूदगी में छोटे बेटे दामोदर ने रविवार दोपहर 2 बजे के बाद पिता का अंतिम संस्कार किया। इस दौरान पुलिस के कहने पर बड़ा बेटा किशन और उसका परिवार भी वहां मौजूद रहा। जतारा थाना प्रभारी अरविंद सिंह दांगी ने बताया कि पिता के अंतिम संस्कार को लेकर दोनों बेटों के बीच विवाद हो गया था। मौके पर पहुंच कर रिश्तेदारों और परिजनों से पूरी जानकारी लेने के बाद छोटे बेटे दामोदर से अंतिम संस्कार कराया गया है। बड़े बेटे को सलाह दी गई है कि वह भी पिता के अंतिम संस्कार में सहयोग करें।
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न्यूज़ एजेंसी/ नेहा पांडे
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