कोलकाता, 14 अक्टूबर (न्यूज़ एजेंसी)। एनआरएस मेडिकल कॉलेज के जूनियर डॉक्टर पुलस्त्य आचार्य, जो धर्मतला में पिछले सात दिनों से अनशन पर हैं, की हालत गंभीर हो गई है। अस्पताल में भर्ती होने के बाद उनकी स्थिति को स्थिर करने का प्रयास जारी है। डॉ. जॉयदीप देब के अनुसार, अनशन के कारण पुलस्त्य की मानसिक स्थिति पर असर पड़ा है और उन्हें तेज पेट दर्द के साथ बेहोशी की स्थिति का सामना करना पड़ा।
गंभीर हालत में डॉक्टर पुलस्त्य आचार्य
पुलस्त्य आचार्य, जो कि एनआरएस मेडिकल कॉलेज के एनेस्थेसिया विभाग के पहले वर्ष के छात्र हैं, पांच अक्टूबर से अनशन पर बैठे हैं। उनकी हालत गंभीर होने के बाद उन्हें रविवार देर रात अस्पताल में भर्ती किया गया। डॉ. जॉयदीप देब ने बताया कि उनके शरीर में सोडियम, पोटैशियम और एसिड-बेस संतुलन में गड़बड़ी पाई गई है, जिससे उनकी स्थिति और बिगड़ गई। लंबे समय तक भोजन न करने से उनके शरीर में पानी की कमी भी हो गई है।
पुलस्त्य की देखरेख के लिए विशेष मेडिकल टीम
एनआरएस मेडिकल कॉलेज में पुलस्त्य की देखरेख के लिए पांच सदस्यीय मेडिकल टीम गठित की गई है, जिसमें जनरल मेडिसिन, चेस्ट, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी और एनेस्थेसिया विभाग के विशेषज्ञ शामिल हैं। यह टीम उनकी स्थिति पर लगातार नजर रख रही है और सलाइन एवं अन्य चिकित्सा सेवाओं के माध्यम से उनकी हालत को स्थिर करने का प्रयास कर रही है।
अनशन पर बैठे अन्य जूनियर डॉक्टरों की स्थिति
धर्मतला में पुलस्त्य आचार्य के साथ पांच अन्य जूनियर डॉक्टर भी अनशन पर हैं, लेकिन उनकी स्थिति अभी तक नियंत्रण में बताई जा रही है। इन डॉक्टरों की मांगे हैं कि सरकार चिकित्सा शिक्षा में सुधार लाए और छात्रों के हितों की सुरक्षा के लिए कदम उठाए। पुलस्त्य की गंभीर स्थिति के बाद से यह मुद्दा और भी अधिक ध्यान आकर्षित कर रहा है, और उनकी हालत पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं।
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