गुवाहाटी, 13 अक्टूबर (न्यूज़ एजेंसी)। रविवार सुबह 7:47 बजे असम और पड़ोसी देश भूटान के विभिन्न हिस्सों में 4.6 तीव्रता का भूकंप आया, जिसने लोगों को हिला कर रख दिया। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी (एनसीएस) के अनुसार, भूकंप का केंद्र असम के उदालगुरी के पास, 15 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। भूकंप के निर्देशांक 26.73° उत्तरी अक्षांश और 92.31° पूर्वी देशांतर थे।
भूकंप से प्रभावित क्षेत्र
इस भूकंप के झटके असम के ढेकियाजुली, तवांग, बरपेटा, ग्वालपाड़ा, उत्तर लखीमपुर, इटानगर, जोरहाट, तेजपुर, गोलाघाट, गुवाहाटी, नगांव और डिमापुर सहित कई क्षेत्रों में महसूस किए गए। हालांकि, शुरुआती रिपोर्टों में किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की सूचना नहीं है, लेकिन भूकंप के कारण कुछ क्षेत्रों में लोग घबराकर अपने घरों से बाहर निकल आए।
सतर्कता और प्रतिक्रिया
प्राकृतिक आपदा विभाग और स्थानीय प्रशासन द्वारा स्थिति पर नजर रखी जा रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, इस तीव्रता के भूकंप से व्यापक क्षति की संभावना कम होती है, लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का आह्वान किया है।
भूकंप संभावित क्षेत्र
असम और इसके आस-पास के इलाके उच्च भूकंपीय गतिविधि वाले क्षेत्र में आते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह क्षेत्र टेक्टोनिक प्लेटों के कारण बार-बार भूकंप की चपेट में आता है। इस प्रकार के भूकंप इन इलाकों के लिए असामान्य नहीं हैं, और वैज्ञानिक इस क्षेत्र में भूगर्भीय हलचलों पर नियमित निगरानी रखते हैं।
भविष्य की सुरक्षा के उपाय
सरकार और आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों को भूकंप के समय की जाने वाली आवश्यक सावधानियों की जानकारी देने के लिए कई अभियान चलाए हैं। विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि भूकंप के दौरान खुले स्थानों पर जाना, खिड़की-दरवाजों से दूर रहना और आपातकालीन किट रखना सबसे महत्वपूर्ण उपायों में से एक हैं।
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