नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (न्यूज़ एजेंसी)। अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज ने सितंबर में समाप्त हुई तीसरी तिमाही के दौरान शानदार प्रदर्शन किया है। वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी के शुद्ध मुनाफ़े में करीब 8 गुना की बढ़त हो गई। इस अवधि में कंपनी के राजस्व में भी लगभग 16 प्रतिशत की तेजी आई। अडानी इंटरप्राइजेज के शानदार तिमाही नतीजों का शेयर बाजार पर असर इसके शेयर पर भी नजर आई। सूची में कंपनी की हिस्सेदारी 1.46 प्रतिशत टूटकर 2,841.45 रुपये के स्तर पर बंद हो गई, जबकि कंपनी के नतीजे आने से पहले इसकी हिस्सेदारी 2.37 प्रतिशत टूटकर 2,734 रुपये के स्तर तक लुढ़क गई।
कंपनी के नतीजों की बात करें तो सितंबर में खत्म हुई तिमाही के दौरान अडानी इंटरप्राइजेज का शुद्ध शेयर बाजार 8 गुना बढ़कर 1,742 करोड़ रुपये हो गया। शहर 22,608 करोड़ रुपए के स्तर तक पहुंच गया। रेवेन्यू सेल्यूलेशन की कीमत से ही कंपनी के मुनाफ़े में भी उछाल आया।
अगर अडानी इंटरप्राइजेज के स्टॉक की बात की जाए तो पिछले 1 साल की अवधि में कंपनी ने अपने शेयर होल्डर्स को भी शानदार प्रदर्शन किया है। पिछले साल नवंबर की 20 तारीख को अडानी इंटरप्राइजेज के शेयर 52 सप्ताह के सबसे महंगे स्तर 2,142.30 रुपये प्रति थे। इस स्तर से कंपनी के शेयर ने सचिवालय पकड़ी और अगले 7 महीनों में 3 जून को 74 प्रतिशत से अधिक उछाल कर 3,743 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। कंपनी के स्टॉक के लिए पिछले 52 सप्ताह के दौरान यह सबसे ऊंचे स्तर पर है। इसके बाद कंपनी के स्टॉक स्टॉक में गिरावट आई। इंक्वायरी अडानी इंटरनैशनल इंटरप्राइजेज के शेयर 52 सप्ताह के सर्वोच्च स्तर से करीब 24 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं। हालांकि मार्केट्स स्टॉक्स कंपनी ने दूसरी तिमाही में जैसा शानदार प्रदर्शन किया है, उसके शेयर मूल्य में एक बार फिर तेजी आने की संभावना बनी है।
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योगस्थान समाचार / योगिता पाठक
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